मुंगेर
राजकीय पॉलिटेक्निक, मुंगेर में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2025 बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की ऐतिहासिक अंतरिक्ष उपलब्धियों को स्मरण करना और विद्यार्थियों में वैज्ञानिक नवाचार की भावना जागृत करना था।
इस अवसर पर प्राचार्या श्रीमती खुशबू रानी, संयोजक डॉ. गुरुदेव निराला, व्याख्याता डॉ. कौशल कुमार, श्री मदनजी कुमार सहित अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा ऑनलाइन वेबिनार “Exploring the Sun and Space”, जिसे यूनाइटेड किंगडम स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ डंडी में अंतरिक्ष विज्ञान पर शोधरत डॉ. बलवीर सिंह ने प्रस्तुत किया। उन्होंने विद्यार्थियों को भारत की हालिया उपलब्धियों—चंद्रयान मिशन और आदित्य एल-1 मिशन—के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि चंद्रयान ने भारत को चंद्रमा की सतह पर अन्वेषण में अग्रणी बनाया, वहीं आदित्य एल-1 मिशन सूर्य की कोरोना और सौर तूफानों के अध्ययन हेतु भारत का पहला सौर प्रेक्षणीय अभियान है।
प्राचार्या श्रीमती खुशबू रानी ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को इसरो वैज्ञानिकों से प्रेरणा लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं संयोजक डॉ. गुरुदेव निराला ने कहा कि अंतरिक्ष अनुसंधान न केवल भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाता है, बल्कि मानव जाति के भविष्य को भी सुरक्षित करता है।
कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान की।