Report Piyush Kumar Priyadarshi
हवेली खड़गपुर
आगामी दुर्गा पूजा को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए हवेली खड़गपुर में केंद्रीय विसर्जन समिति पूरी तरह सक्रिय हो गई है। समिति लगातार नगर और ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख दुर्गा मंदिरों, पूजा पंडालों और प्रतिमा विसर्जन मार्ग का निरीक्षण कर रही है। श्रद्धालुओं को पूजा के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए समिति सड़क, बिजली, स्वच्छता और जलनिकासी की स्थिति का बारीकी से आकलन कर संबंधित विभागों को सुधारात्मक कदम उठाने का निर्देश दे रही है।
बुधवार को समिति के सदस्य योगेश्वर गोस्वामी, संजीव कुमार, राजकिशोर केशरी, मनोज कुमार रघु, ईशु यादव, नंदन यादव, प्रशांत कुमार, संजय ठाकुर और विक्की कुमार समेत अन्य पदाधिकारियों ने कड़ी धूप की परवाह किए बिना कई पूजा पंडालों और मंदिर मार्ग का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान समिति ने न केवल स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक दिशा-निर्देशों की जानकारी दी बल्कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं से जुड़ी कमियों को भी चिन्हित किया।
निरीक्षण में पाया गया कि शहर के कई मार्गों पर क्षतिग्रस्त सड़कें, जलजमाव, और खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटें श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं। समिति ने इन समस्याओं की सूची तैयार कर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग के सहायक अभियंता शशिकांत कुमार और अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित रूप से अवगत कराया।
समिति की ओर से विशेष रूप से मुख्य बाजार, एकता पार्क, कठरा मार्केट, नंदलाल बसु चौक, संत टोला, पुरानी चौक से बड़ी दुर्गा मंदिर, पटेल चौक और आर्य समाज रोड तक खराब स्ट्रीट लाइटों को तुरंत दुरुस्त करने की मांग की गई। वहीं, बिजली विभाग को 11,000 वोल्ट और 440 वोल्ट तारों पर दुर्घटना की आशंका को देखते हुए गार्ड वायर लगाने तथा जर्जर तारों को बदलने के निर्देश दिए गए। विवाह भवन से लेकर कंटिया बाजार तक 440 वोल्ट के पुराने तार, पोल पर लगे खराब एलटी बॉक्स और ट्रांसफार्मर पर खराब स्विच बदलने का भी आग्रह किया गया है।
समिति ने साफ तौर पर कहा है कि प्रतिमा विसर्जन मार्ग पर किसी भी प्रकार की बाधा न रहे। इसके लिए आवश्यक मरम्मत कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए। साथ ही भीड़ नियंत्रण, स्वच्छता व्यवस्था, निरंतर बिजली आपूर्ति और अतिरिक्त मानव बल की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर भी बल दिया गया है।
केंद्रीय विसर्जन समिति ने स्पष्ट किया कि दुर्गा पूजा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। ऐसे में प्रशासन और विभागों की जिम्मेदारी है कि वे समय रहते सभी खामियों को दूर करें, ताकि भक्त निर्बाध रूप से पूजा-अर्चना कर सकें और विसर्जन प्रक्रिया शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हो।