रिपोर्ट पीयूष कुमार प्रियदर्शी
हवेली खड़गपुर
शारदीय नवरात्र के सप्तमी की देर रात जैसे ही नगर और ग्रामीण क्षेत्रों के दुर्गा मंदिरों के पट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए, वैसे ही श्रद्धा और भक्ति का माहौल और भी गहन हो उठा। मंदिरों में देर रात तक माता रानी के जयकारे गूंजते रहे और भक्तजन दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लेते रहे।
मंगलवार को महाअष्टमी के शुभ अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ विभिन्न मंदिरों में उमड़ पड़ी। खासकर डालियां चढ़ाने को लेकर भक्तों में खासा उत्साह देखा गया। महिलाएं और युवतियां पारंपरिक परिधान में सजी-धजी मंदिर पहुंचीं, वहीं पुरुष श्रद्धालु भी परिवार समेत माता रानी का आशीर्वाद लेने आए।
तेघड़ा गांव स्थित महादेव स्थान परिसर दुर्गा मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। दर्शन-पूजन के साथ ही डलियां चढ़ाने की होड़ ने मंदिर परिसर को आस्था के विशाल केंद्र में बदल दिया। वहीं, भक्तों ने विधि-विधान से पूजा अर्चना कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि और मंगलकामना की प्रार्थना की।


इसके अलावा नगर और आसपास के क्षेत्रों के दर्जनों मंदिरों—बड़ी काली मुलुकटांड़, बड़ी दुर्गा मंदिर, विषहरि स्थान, सितुहार समदा, मुलुकटांड़, कुलकुला मंदिर, हाट चौक, पश्चिम अजीमगंज, मुजफ्फरगंज, खंडबिहारी, पहाड़पुर, धपरी और रतैठा—में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिरों में भक्ति गीत, ढाक-ढोल और शंखनाद से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
मंदिर समितियों और स्थानीय युवाओं ने भी व्यवस्था संभालने में सहयोग किया, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। जगह-जगह सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
नवरात्र के इस पावन अवसर पर पूरे नगर और ग्रामीण अंचलों में धार्मिक उल्लास का माहौल है। लोग उपवास रखकर पूजा-पाठ कर रहे हैं और माता रानी से घर-परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की कामना कर रहे हैं।
