रिपोर्ट पीयूष कुमार प्रियदर्शी
हवेली खड़गपुर
नवरात्र की नवमी पर तेघड़ा गांव स्थित दुर्गा मंदिर का नजारा अद्भुत और अविस्मरणीय रहा। संध्या के समय जब बरसात की बूंदें झर रही थीं, उसी बीच मंदिर प्रांगण में काशी की तर्ज पर महा आरती का आयोजन हुआ। मंत्रोच्चारण, शंखनाद और घंटियों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा। मां दुर्गा के जयकारों से पूरा इलाका गूंजने लगा और श्रद्धालु भावविभोर हो पूजा-अर्चना में लीन हो गए।

काशी से आए पंडितों ने कराई गंगा आरती
इस विशेष अवसर पर बनारस से आए आचार्य गोविंद तिवारी अपने पांच सहयोगी पंडितों संग पहुंचे। उन्होंने काशी के गंगा घाटों पर होने वाली महाआरती की शैली में मां दुर्गा की भव्य आरती कराई। माहौल ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो श्रद्धालु काशी के दशाश्वमेध घाट पर उपस्थित हों।
मुख्य अतिथि और आयोजन समिति
आयोजन में प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रियंका कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। उनके स्वागत में दिव्य दुर्गा पूजा फाउंडेशन की ओर से बुके भेंट किया गया। पंचायत समिति सदस्य मनजीत कुमार समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।


भीड़ और उत्साह का अद्भुत संगम
बारिश के बावजूद महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की भारी भीड़ माता रानी के दरबार में उमड़ी। सभी ने महाआरती के दिव्य क्षण का आनंद लिया। श्रद्धालुओं ने इसे जीवन का अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव बताया।
पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल
आयोजन में अभिमन्यु यादव, समिति के रवि कुमार, अरुण कुमार, रजनीशकांत, चिरंजीत मिश्रा, रूपेश कुमार, अभिनव मिश्रा, चंदन कुमार, रवि राजहंस समेत फाउंडेशन के दर्जनों कार्यकर्ता सक्रिय रूप से जुड़े रहे।
सबसे खास बात रही कि बारिश की फुहारों के बीच जब दीपों की रौशनी झिलमिला उठी, तब पूरा नजारा काशी घाट की गंगा आरती जैसा प्रतीत हुआ। श्रद्धालुओं ने इसे मां दुर्गा की अनुकंपा बताया और पूरे क्षेत्र में उत्सव का वातावरण और गहरा हो गया।


